Jai Shri Balaji Maharaj
श्री सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान राज्य में स्थित है और यह मंदिर हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और इसे हनुमान जी का खास रूप माना जाता है।
सालासर बालाजी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और यह मंदिर भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। मान्यता है कि यहां की मूर्ति श्रद्धालुओं के मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और इसलिए लाखों भक्त यहां आते हैं।
इस मंदिर का निर्माण श्री महंजन पंचायत ने करवाया था और आज यह मंदिर एक बड़ा धार्मिक स्थल है जो वर्ष भर में कई दर्शनीय समारोहों की जानकारी देता है।
सालसर बालाजी मंदारी कहां है
सालासर बालाजी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य के चूरू जिले में स्थित है। यह राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर है।
सालासर बालाजी मंदिर का इतिहास
Nearby Railway Station | Distance |
Sujangarh | 38 min (27 km) |
Ratangarh | 1 hr 17 min (44 km) |
Lakshmangarh | 42 min (35 km) |
Sikar | 1 hr 6 min (60 km) |
Jaipur | 3 hr 1 min (168 km) |
Nearby Bus Station | |
Sujangarh | 36 min (25 km) |
Jaipur | 3 hr 8 min (169 km) |
Salasar | 7 min (700 m) |
Nearby Airport | |
Jaipur | 3 hr 20 min (184 km) |
Kishangarh | 3 hr 29 min (163 km) |
Bikaner | 3 hr 38 min (190 km) |
Jodhpur | 4 hr 46 min (266 km) |
How to visit |
सालासर बालाजी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य के चूरू जिले में स्थित है। यह राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर है।
खाटू श्याम जी का मंदिर भी राजस्थान राज्य में ही स्थित है और यह सालासर बालाजी मंदिर से लगभग 85 किलोमीटर की दूरी पर है।
सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान राज्य में स्थित है और यहां पहुँचने के लिए विभिन्न विकल्प हैं।
वाहन से यात्रा करने के लिए, जयपुर से सालासर बालाजी की दूरी लगभग 170 किलोमीटर है। आप जयपुर से किराये की कार या टैक्सी ले सकते हैं या अपनी गाड़ी या बाइक से भी यात्रा कर सकते हैं।
रेल यात्रा के लिए, सालासर रेलवे स्टेशन मंदिर से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर है। आप जयपुर या दिल्ली से सालासर जंक्शन तक की ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं।
एयरवे से यात्रा करने के लिए, नजदीकी हवाई अड्डे जयपुर और दिल्ली में हैं। जयपुर और दिल्ली से आप टैक्सी या बस सेवाएं भी ले सकते हैं जो सालासर तक जाती हैं।
मेहंदीपुर बालाजी भी भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है, लेकिन यह सालसर बालाजी मंदिर से लगभग 450 किलोमीटर की दूरी पर है।
सालसर बालाजी मंदिर के लिए कुछ प्रमुख ट्रेनें हैं जो उपलब्ध हैं।
सालासर जंक्शन से कुछ ट्रेनें हैं जो यहां रुकती हैं जैसे कि अजमेर-श्री गंगानगर इंटर सिटी एक्सप्रेस, दिल्ली सराई रोहिला से बीकानेर एक्सप्रेस, जोधपुर से हावड़ा एक्सप्रेस आदि।
सालसर जंक्शन से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर सुजाणगढ़ रेलवे स्टेशन भी है, जो जयपुर से कुछ प्रमुख ट्रेनों के लिए एक विकल्प हो सकता है।
अगर आप दिल्ली से आ रहे हैं, तो दिल्ली सराई रोहिला से रेलगाड़ी और बस सेवाएं उपलब्ध हैं जो सालसर तक जाती हैं।
आप इन ट्रेनों की अनलाइन बुकिंग वेबसाइटों जैसे कि IRCTC, MakeMyTrip, या Cleartrip आदि से टिकट बुक कर सकते हैं।
सालसर बालाजी मंदिर का वीआईपी दर्शन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
– सबसे पहले, अपने मोबाइल या कंप्यूटर में इंटरनेट ब्राउज़र खोलें।
– फिर आपको https://shreesalasarbalajimandir.com/schedule-darshan/ जैसी कुछ आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
– इस वेबसाइट पर, “Live Darshan” या “वीआईपी दर्शन” के लिए ऑप्शन उपलब्ध होगा। उस पर क्लिक करें।
– इसके बाद, आप सालसर बालाजी मंदिर का वीडियो देख सकते हैं। वीडियो स्क्रीन पर लोड होने में कुछ समय लग सकता है।
– वीडियो प्ले होने के बाद, आप मंदिर में लाइव दर्शन कर सकते हैं।
इस तरह से आप सालसर बालाजी मंदिर का वीआईपी दर्शन कर सकते हैं।
सालसर बालाजी मंदिर के मालिक का कोई एक नाम नहीं है। यह मंदिर सार्वजनिक रूप से संचालित होता है और भक्तों द्वारा धन और सामग्री के योगदान से चलाया जाता है। मंदिर के प्रबंधन के लिए एक निर्दिष्ट समिति होती है जो इसे संचालित करती है।
सालसर बालाजी मंदिर राजस्थान की विशिष्ट वास्तुकला की एक मिश्रण धारा का उदाहरण है। मंदिर का निर्माण चौथी शताब्दी ईसापूर्व में हुआ था और इसे संघमित्र जाति के भक्तों ने बनाया था। मंदिर में राजपुताना वास्तुकला की बहुत सारी विशेषताएं हैं, जिनमें स्थलीय संस्कृति का प्रभाव भी दिखाई देता है।
यह मंदिर तीन मुख्य भागों से मिलकर बना है: मंदप, गोपुरम और संतमंडप। मंदप भव्य होता है और इसमें स्तम्भ, छत्र, अलंकार और जाली जैसी स्थापत्य विशेषताएं होती हैं। गोपुरम मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार होता है और इसमें भी विभिन्न स्तम्भों, अलंकार और छत्रों के साथ विस्तृत सुंदर जाली काम होता है। संतमंडप दोनों भक्तों और दर्शनार्थियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है।
सालसर बालाजी मंदिर की वास्तुकला भव्य और अद्भुत होती है। मंदिर की दीवारों पर आकृतियाँ बनाई जाती हैं जो इसकी सुंदरता को बढ़ाती हैं। वहाँ
सालासर बालाजी मंदिर में निम्नलिखित नियम होते हैं:
मंदिर के अंदर शू शांति का वातावरण होता है और वहां पर गाना गाना, खाना खाने, खेलने या शोर-शराबा नहीं किया जाना चाहिए।
मंदिर में जाने से पहले, आपको धूप, दीप और पुष्प लाकर अर्चना करनी चाहिए।
धार्मिक आचरण के दौरान, आपको बाहर की दुनिया से विचलित रहना चाहिए।
मंदिर में किसी भी चीज को चुमना, छूना, या चेहरे को धोना नहीं चाहिए।
मंदिर में कपड़ों की विशेष जरूरत होती है, जैसे कि डुपट्टा या साड़ी।
मंदिर में कोई भी आपदा या असामान्य घटना की सूचना देनी चाहिए।
मंदिर में जाने से पहले आपको शौच अवश्य करना चाहिए।
मंदिर के अंदर किसी भी प्रकार की नशीली दवाओं, शराब या तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए।
मंदिर में आग न जलाएं और धूम्रपान न करें।
समय सीमा: मंदिर का समय सीमा सुबह 4 बजकर रात्रि 10 बजे तक होता है। इस समय सीमा का पालन करना आवश्यक होता है।
धार्मिक आचरण: मंदिर के अंदर आपको धार्मिक आचरण का पालन करना होगा। यह शामिल है पूजा करना, दुआएं मांगना, जप करना और धर्मग्रंथों को पढ़ना।
प्रवेश फीस: मंदिर में प्रवेश के लिए कोई फीस नहीं होती है। हालांकि, अगर आप कोई पूजा आदि करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए फीस देनी हो सकती है।
स्नान और प्रासाद: मंदिर में स्नान करना और प्रासाद लेना शुभ माना जाता है। हालांकि, अगर आप किसी अन्य धर्म के हो तो इसे करने से पहले मंदिर प्रबंधन से संपर्क करना चाहिए।
स्थान का सफाई: आपको मंदिर के अंदर स्थान का सफाई नहीं करना चाहिए। इसके लिए विशेष स्टाफ नियुक्त किए गए हैं।
सालासर बालाजी मंदिर के पास कुछ होटल उपलब्ध हैं जिन्हें आप आसानी से बुक कर सकते हैं। इन होटलों का बुकिंग ऑनलाइन या ऑफ़लाइन दोनों तरीकों से की जा सकती है।
ऑनलाइन बुकिंग के लिए आप ट्रेवल वेबसाइट्स जैसे MakeMyTrip, Goibibo, Yatra, OYO आदि का उपयोग कर सकते हैं। इन वेबसाइट्स पर आपको सालासर बालाजी के पास होटलों की सूची मिलेगी जिसमें से आप अपनी पसंद के होटल का चयन कर सकते हैं।
ऑफ़लाइन बुकिंग के लिए आप सीधे होटल की वेबसाइट या कस्टमर केयर से भी संपर्क कर सकते हैं और वहां आपकी बुकिंग की जानकारी ले सकते हैं। आप होटल के बुकिंग के समय यह जरूर ध्यान रखें कि सीजन टाइम पर होटल मिलने में कई बार परेशानियां भी होती हैं, इसलिए आप अपनी बुकिंग को अगले समय से पहले ही कर दें।